सच्चा प्यार जो दिल से मिले
अब कहां मिलता है,
अब तो वह डालरों में बिकता है।
आशिक हो मालामाल
माशुका हो खूबसूरत तो
दिल से दिल जरूर मिलता है।
———-
आज के शायर गा रहे हैं
इश्क पर लिखे पुराने शायरों के कलाम,
लिखने के जिनके बाद
गुज़र गयी सदियां
पता नहीं कितनी बीती सुबह और शाम।
बताते हैं वह कि
इश्क नहीं देखता देस और परदेस
बना देता है आदमी को दीवाना,
देना नहीं उसे कोई ताना,
तरस आता है उनके बयानों पर,
ढूंढते हैं अमन जाकर मयखानों पर,
जिस इश्क की गालिब सुना गये
वह दिल से नहीं होता,
डालरों से करे आशिक जो
माशुका को सराबोर
उसी से प्यार होता,
क्यों पाक रिश्ते ढूंढ रह हो
आजकल के इश्क में
होता है जो रोज यहां नीलाम।
———-
कवि, लेखक और संपादक-दीपक भारतदीप, ग्वालियर
http://anantraj.blogspot.com
—————–
यह आलेख इस ब्लाग ‘दीपक भारतदीप का चिंतन’पर मूल रूप से लिखा गया है। इसके अन्य कहीं भी प्रकाशन की अनुमति नहीं है।
अन्य ब्लाग
1.दीपक भारतदीप की शब्द पत्रिका
2.अनंत शब्दयोग
3.दीपक भारतदीप की शब्दयोग-पत्रिका
4.दीपक भारतदीप की शब्दज्ञान पत्रिका
hindi satire poem, shayri, प्यार, मनोरंजन, मस्ती, शायरी, शेर, संदेश, समाज, हिन्दी साहित्य
-
लोकप्रियता
-
Join 440 other subscribers
-
समस्त ब्लॉग/पत्रिका का संकलन यहाँ पढ़ें-
पाठकों ने सतत अपनी टिप्पणियों में यह बात लिखी है कि आपके अनेक पत्रिका/ब्लॉग हैं, इसलिए आपका नया पाठ ढूँढने में कठिनाई होती है. उनकी परेशानी को दृष्टिगत रखते हुए इस लेखक द्वारा अपने समस्त ब्लॉग/पत्रिकाओं का एक निजी संग्रहक बनाया गया है हिंद केसरी पत्रिका. अत: नियमित पाठक चाहें तो इस ब्लॉग संग्रहक का पता नोट कर लें. यहाँ नए पाठ वाला ब्लॉग सबसे ऊपर दिखाई देगा. इसके अलावा समस्त ब्लॉग/पत्रिका यहाँ एक साथ दिखाई देंगी. दीपक भारतदीप की हिंद केसरी पत्रिका -
नई रचनाएँ
- चीनी सामान के बहिष्कार से जुड़ती देशभक्ति-हिन्दी संपादकीय
- मनोरंजन से अध्यात्मिक शांति बेचने का प्रयास-हिन्दी लेख
- (कोई शीर्षक नही)
- इंटरनेट पर हिन्दी लाने के लिये लेखकों को प्रोत्साहन की जरूररत-हिन्दी दिवस और विश्व हिन्दी सम्मेलन पर नया पाठ
- शेयर बाज़ार ढहने से देश नहीं ढहता-हिन्दी लेख
- बांग्लादेश में ब्लागर की हत्या चिंता का विषय-हिन्दी चिंत्तन लेख
- इंद्रियों पर नियंत्रण रखने वाला ही गुरु-गुरु पूर्णिमा पर नया हिन्दी पाठ
- समाज की समस्याओं के मूल तत्व जानना जरूरी-हिन्दी चिंत्तन लेख
- खेल और बेईमानी-हिन्दी व्यंग्य कविता
- आर्थिक सामाजिक तथा धार्मिक क्षेत्र में स्वेदशी सिद्धांत ही अपनाना बेहतर-हिन्दी चिंत्तन लेख
- नालंदा से समझने का प्रयास करें-हिन्दी चिंत्तन लेख
- योग साधना करते समय दृढ़ संकल्प धारण करें-21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष हिन्दी चिंत्तन लेख
- योग साधकों के लिये श्रीमद्भागवत गीता का अध्ययन जरूरी-21 जून विश्व योग दिवस पर विशेष लेख
- राजसी पुरुष सुशासन से ही धर्म की रक्षा कर सकते हैं-हिन्दी चिंत्तन लेख
- सपनों का बाज़ार-हिन्दी व्यंग्य कवितायें
-
अत्यधिक पसंत्द
-
अति लोकप्रिय
-
अध्यात्मिक पत्रिका
-
अन्य पत्रिकायें
- अनंत शब्दयोग
- दीपक भारतदीप का चिंतन
- दीपक भारतदीप का चिंतन-पत्रिका
- दीपक भारतदीप की अंतर्जाल पत्रिका
- दीपक भारतदीप की अभिव्यक्ति पत्रिका
- दीपक भारतदीप की ई-पत्रिका
- दीपक भारतदीप की शब्द प्रकाश-पत्रिका
- दीपक भारतदीप की शब्दयोग पत्रिका
- राजलेख की हिंदी पत्रिका
- शब्दयोग सारथी-पत्रिका
- शब्दलेख सारथी
- hindi magazine
-
मेरे अन्य चिट्ठे
-
मेरे अन्य ब्लॉग
-
मेरे पसंदीदा ब्लॉग
-
साहित्यक पत्रिका
-
Flickr Photos
-
Blog Stats
- 1,262,523 hits
-
हाल ही की टिप्पणियाँ
-
सर्वोच्च मूल्यांकित
टिप्पणियाँ
भाई मेरे, राशन कार्ड और ग्रीन कार्ड की लड़ाई में आज तक राशन कार्ड हारता ही आया है!