जैसे कोई डाक्टर पीछे आया- हिंदी हास्य कविता (hasya kavita)
एक आदमी ने सुबह-सुबह
दौड़ लगाने का कार्यक्रम बनाया
और अगले दिन ही घर से बाहर आया
उसने अपने घर से ही
दौड़ लगाना शुरू की
आसपास के लड़के बडे हैरान हुए
वह भी उनके पीछे भागे
और भागने का कारण पूछा
तो वह बोला
‘मैने कल टीवी पर सुना
मोटापा बहुत खतरनाक है
कई बिमारियों का बाप है
आजकल अस्पताल और डाक्टरों के हाल
देखकर डर लगता है
जाओ इलाज कराने और
लाश बनकर लौटो
इसलिये मैने दौड़ने का मन बनाया’
लड़कों ने हैरान होकर पूछा
‘पर आप इस उम्र में दौडैंगे कैसे
आपकी हालत देखकर हमें डर समाया’
उसने जवाब दिया
‘जब मेरी उम्र पर आओगे तो सब समझ जाओगे
लोग भगवान् का ध्यान करते हुए
योग साधना करते हैं
मैं यही ध्यान कर दौड़ता हूँ कि
जैसे कोई मुझे डाक्टर पकड़ने आया
अपनी स्पीड बढाता हूँ ताकि
उसकी न पडे मुझे पर छाया
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दीपक भारतदीप, on
नवम्बर 22, 2007 at 5:08 अपराह्न, under
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टिप्पणियाँ
बहुत खूब , परन्तु डॉक्टरों को पसन्द नहीं आएगी ।
घुघूती बासूती