फ्लाप से जोड़ दो फ्लाप
क्रिकेट फ्लॉप
फिल्म फ्लॉप
सपनों के सौदागर कर रहे विलाप
क्रिकेट में खेलना ही पर्याप्त नहीं
गेंद और बल्ले की जंग में
अब मनोरंजन व्याप्त नहीं
खिलाडियों को फिल्म के अभिनेताओं की तरह
रेम्प पर नचवाओ
खिलाडियों को नाचना भी आता है
लोगों को बताओ
उन्हें लगातार बह्काओ
नहीं आयेगा पीछा खर्च करने अपने आप
खिलाडियों का मैदान में खेलना
अब पर्याप्त नहीं है
जब तक दर्शकों में हीरो की
छबि व्याप्त नहीं है
इसलिए मैदान में लगाओ
किसी हीरो की छाप
फ्लाप होने की तरह बढ़ रहे हीरो
क्रिकेट भी देखते हैं
खिलाडियों को भी रंगीन चश्में से देखते हैं
उनकी फिल्में भी देखते रहो
क्रिकेट को अभी भी सहते रहो
हिट बनाने का यह नया फार्मूला है
फ्लाप से जोड़ दो फ्लाप
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दीपक भारतदीप, on
नवम्बर 21, 2007 at 2:58 अपराह्न, under
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टिप्पणियाँ
excellent!!!